
बाबा बेलखरनाथ धाम ब्लॉक के सिंगठी खालसा ग्राम पंचायत में मनरेगा योजनाओं में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों ने ग्रामीणों में आक्रोश पैदा कर दिया है। सोशल ऑडिट की तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन ग्रामीण शीघ्र जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सिंगठी खालसा ग्राम पंचायत में मनरेगा और अन्य सरकारी योजनाओं में अनियमितताओं के आरोपों के बीच सोशल ऑडिट की तारीख का इंतजार किया जा रहा है। नौहर हुसैन पुर निवासी राहुल सिंह ने ग्राम प्रधान, सचिव और विकास अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए दावा किया कि इंटरलिंक रिबोर और बेंच जैसी योजनाओं में करीब 60 लाख रुपये बिना कार्य किए निकाल लिए गए।
राहुल ने बताया कि भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर उनके और उनके भाई प्रमोद सिंह के साथ मारपीट की गई, जबकि सरकारी अधिकारी मूकदर्शक बने रहे। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान की आय से अधिक संपत्ति की जांच और धन निकासी की विस्तृत जांच की मांग की है।
सोशल ऑडिट, जो विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन और अभिलेखों की जांच करता है, जल्द शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन जिला प्रशासन ने अभी तक तारीख की पुष्टि नहीं की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि देरी होने पर वे विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रशासन की चुप्पी से क्षेत्र में निगरानी तंत्र पर सवाल उठ रहे हैं।