मां ने कपड़ों व चप्पल से बेटी के शव की पहचान की। शव के हाथ और पैर ही बचे हैं। बाकी पेट से गर्दन तक का हिस्सा बिल्कुल खत्म है। सिर का भी पता नहीं है। हत्या के बाद शव को जलाने की ,की गई कोशिस
अयोध्या जिले में गोसाईगंज नगर के रेलवे स्टेशन के पीछे बने डाक बंगले के खंडहरनुमा कमरे में गुरुवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मिले युवती की शव के मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। युवती की हत्या उसके प्रेमी ने ही की थी और शव को डाक बंगले के एक कमरे में छोड़कर फरार हो गया। आरोपी ने ही युवती की मां को फोन कर बताया कि बेटी की हत्या कर दी है, लाश डाक बंगले में पड़ी है, जाकर ले लो।
नृशंस ढंग से की गई 21 वर्षीय युक्ति की हत्या ,5 महीने लीव इन मे रहे थे साथ
एसएचओ परशुराम ओझा के मुताबिक नृशंस ढंग से 21 वर्षीय युवती की हत्या को अंजाम देने वाले युवक की पहचान सुल्तानपुर के थाना कूरेभार के देवकली निवासी दीपक कुमार के रूप में हुई है। उसे बृहस्पतिवार रात दो बजे गोसाईगंज कस्बे के महादेवा मंदिर रोड से गिरफ्तार किया गया। युवक के पास से मृतका का दो मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है।पूंछताच में उसने हत्या की बात कबूलते हुए बताया कि उसका सविता नामक युवती के साथ प्रेम प्रसंग तीन साल से चल रहा था। वह मुंबई में नौकरी करता था। पांच माह वह उसके साथ मुंबई में भी लिव इन रिलेशन में रह चुकी है। सविता की बड़ी बहन और भाई की शादी के समय उसकी मां के अनुरोध पर वह मई माह में सविता को लेकर मुंबई से वापस आया था। इसके बाद वह बालगोविंद नामक एक अन्य युवक के साथ बातचीत करने लगी। उसका फोन तक उठाना बंद कर दिया, जो उसे नागवार लगा। बीते 21 अगस्त को उसने युवती को फोन करके गोसाईंगंज कस्बे में बुलाया। उसे लेकर रेलवे स्टेशन के पीछे बने डाक बंगले में पहुंचा। यहां दोनों की तकरार हुई। इसके बाद उसका गला दबाकर हत्या कर शव को वंहीं छोड़कर भाग गया।
प्रेमी ने युक्ति की मा को फोन करके बताया शव का पता
गुरुवार को उसी ने युवती की मां को फोन कर शव की लोकेशन बताई थी। गुरुवार की दोपहर बाद अंबेडकर नगर के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के कनक पट्टी, दशमढे निवासी कमला देवी ने गोसाईगंज कोतवाली पहुंचकर बताया कि उनके पास एक फोन आया था। बात करते हुए किसी ने बताया कि तुम्हारी बेटी का शव गोसाईगंज स्टेशन के पास डाक बंगले में पड़ा है। महिला की पुत्री घर से 21 अगस्त को महामाया मेडिकल कालेज में इलाज के लिए निकली थी लेकिन उसकी गुमशुदगी की सूचना कहीं दर्ज नहीं है।
शव के हाथ और पैर ही बचे, सिर का पता नहीं
पुलिस के खोजबीन के बाद डाक बंगले के पुराने खंडहरनुमा कमरे से युवती का सड़ा-गला शव बरामद किया। शव को हत्या के बाद जलाए जाने की भी आशंका है। मां ने कपड़ों व चप्पल से बेटी के शव की पहचान की। शव के हाथ और पैर ही बचे हैं। बाकी पेट से गर्दन तक का हिस्सा बिल्कुल खत्म है। सिर का भी पता नहीं है। हत्या का आरोपी विवाहित है और उसके दो बच्चे भी हैं। पुलिस ने विधिक कार्रवाई के बाद हत्या के आरोपी का चालान कर जेल भेज दिया।
राजकरण नय्यर, एसएसपी
युक्ति के प्रेमी ने ही किन्हीं कारणों से क्षुब्ध होकर युवती की हत्या की है। परिवार से मिली तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है। आरोपी ने पूछताछ में हत्या करना कबूल किया है। शव मिलने के 12 घंटे के भीतर घटना का खुलासा कर दिया गया है।